तड़प तड़प के - adap Tadapke Is Dil Se Aah Nikalti Rahi Hai (K.K., Hum Dil De Chuke Sanam)
Music By: ismail darbar
Lyrics By: mehboob
बेजान दिल को तेरे इश्क ने जिंदा किया
फिर तेरे इश्क ने ही इस दिल को तबाह किया
तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी प्यार की ऐसा क्या गुनाह किया
तो लुट गए हाँ लुट गए
तो लुट गए हम तेरी मोहब्बत में
अजब है इश्क यारा
पल दो पल की खुशियाँ
गम के खजाने मिलते हैं
मिलती है तन्हाईयाँ
कभी आंसूं कभी आहें
कभी शिकवे कभी नालें
तेरा चेहरा नज़र आये
तेरा चेहरा नज़र आये मुझे दिन के उजालों में
तेरी यादें तड़पाएं
तेरी यादें तड़पाएं रातों के अंधेरों में
तेरा चेहरा नज़र आये
मचल-मचल के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी...
अगर मिले खुदा तो
पूछूंगा खुदाया
जिस्म मुझे देके मिट्टी का
शीशे सा दिल क्यों बनाया
और उस पे दिया फितरत
के वो करता है मोहब्बत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
वाह रे वाह तेरी कुदरत उस पे दे दिया किस्मत
कभी है मिलन कभी फुरक़त
कभी है मिलन कभी फुरक़त है यही क्या वो मोहब्बत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
सिसक-सिसक के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी...
Lyrics By: mehboob
Movie/Album: hum dil de chuke sanam (1999)
Singer - Kavita Krishnamurthy & Shankar Mahadevan
बेजान दिल को तेरे इश्क ने जिंदा किया
फिर तेरे इश्क ने ही इस दिल को तबाह किया
तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी प्यार की ऐसा क्या गुनाह किया
तो लुट गए हाँ लुट गए
तो लुट गए हम तेरी मोहब्बत में
अजब है इश्क यारा
पल दो पल की खुशियाँ
गम के खजाने मिलते हैं
मिलती है तन्हाईयाँ
कभी आंसूं कभी आहें
कभी शिकवे कभी नालें
तेरा चेहरा नज़र आये
तेरा चेहरा नज़र आये मुझे दिन के उजालों में
तेरी यादें तड़पाएं
तेरी यादें तड़पाएं रातों के अंधेरों में
तेरा चेहरा नज़र आये
मचल-मचल के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी...
अगर मिले खुदा तो
पूछूंगा खुदाया
जिस्म मुझे देके मिट्टी का
शीशे सा दिल क्यों बनाया
और उस पे दिया फितरत
के वो करता है मोहब्बत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
वाह रे वाह तेरी कुदरत उस पे दे दिया किस्मत
कभी है मिलन कभी फुरक़त
कभी है मिलन कभी फुरक़त है यही क्या वो मोहब्बत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
सिसक-सिसक के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी...
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